Chemistry Notes (Part-8)

ऑक्सीकरण और अपचयन (Oxidation & Reduction)

 

ऑक्सीकरण (Oxidation)

  • परमाणुओं, आयनों या अणुओं द्वारा एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रक्रिया ऑक्सीकरण कहलाती हैं। जैसे: Mg → Mg2+ + 2e
  • ऑक्सीकरण के द्वारा किसी तत्व की धनात्मक संयोजकता बढ़ जाती हैं।
  • इलेक्ट्रॉन त्यागना ऑक्सीकरण है।
  • किसी तत्व की ऑक्सीकरण अवस्था धनात्मक, ऋणात्मक, शून्य या भिन्न में हो सकती है।

 

अपचयन (Reduction)

  • परमाणुओं, आयनों तथा अणुओं द्वारा एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रक्रिया अपचयन कहलाती है। जैसे: S + 2e → S2-
  • अपचयन में तत्व की धनात्मक संयोजकता घटती है। ऑक्सीकरण और अपचयन साथ-साथ समान मात्रा में हो सकते हैं।

 

ऑक्सीकारक (Oxidising Agent)

  • वह पदार्थ जो रासायनिक प्रक्रिया में इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है, ऑक्सीकारक कहलाता है। सभी धनावेशित तत्व, ऑक्सीकारक की तरह व्यवहार करते हैं।
  • ऑक्सीकारक पदार्थ, लुईस क्षार होते हैं।

 

अपचायक (Reducing Agent)

  • पदार्थ जो रासयनिक प्रक्रिया में इलेक्ट्रॉन देते हैं अपचायक कहलाते हैं।
  • सभी ऋणावेशित पदार्थ, अपचायक की तरह व्यवहार करते हैं।
  • अपचायक पदार्थ, लुईस अम्ल होते हैं।

 

ऑक्सीकरण अवस्था ज्ञात करने के नियम (Rules of Determining Oxidation State)

  • मुक्त अवस्था में किसी तत्व की ऑक्सीकरण संख्या शून्य होती है।
  • अधिकतर यौगिकों में हाइड्रोजन की ऑक्सीकरण संख्या +1 होती है।
  • अधिकतर यौगिकों में ऑक्सीजन की ऑक्सीकरण संख्या -2 होती है।
  • IA, IIA और IIIA समूह के तत्वों की ऑक्सीकरण संख्या उनके यौगिकों में +1,+2 और +3 होती है।
  • किसी आयन की ऑक्सीकरण संख्या, उसके आवेश के बराबर होती है।
  • एक उदासीन अणु के सभी तत्वों की ऑक्सीकरण संख्या का योग शून्य होता है।
  • एक बहुपरमाणुक आयन में उपस्थित तत्वों की कुल ऑक्सीकरण संख्याओं का योग, उस आयन पर उपस्थित आवेश के बराबर होता है।
  • सभी हेलोजन की ऑक्सीकरण संख्या उनके यौगिको में जिन्हें हैलाइड कहते हैं, (-1) होती है। ऑक्सीजन, OF2 में धनात्मक ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करती है।
Facebook Comments